तपती धूप में पसीने से तर
हाथ में अखबार लिए
उसका मासूम चेहरा उसकी गरीबी साफ ब्यां कर रहा था ।
उसके पेट की भूख
उसके चेहरे पर साफ झलक रही थी ।
कुछ क्षण में वो
देश के हालात बता गया।
मेरे भीतर तक इस एहसास को जगा गया
अभी बहुत दूर हम गरीबी को हटाने में
जहां गरीबों की किस्मत अमीर लिखते हैं
उस देश के गरीब कहां अमीर बनते हैं ।
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