बुधवार, 15 सितंबर 2010

हिंदी की खुशबु

हिंदी बने हमारे दिल की धड़कन
हिंदी बने हमारे मन की तड़पन।
हिंदी दिवस पर यही संदेश हमारा
हिंदी का गुणगान करे यह विश्‍व सारा।।

माना कि अभी कुछ कम है सहारा
पर कश्‍ती को आखिर मिलेगा किनारा।
हजारों जुगनुओं की रोशनी जब दूर कर सकती अंधियारा
तो हजारों हिंदी दीपों से रोशन जरूर होगा जग सारा।।

हिंदी पूरे भारत की शान बन जाए
इस दिल की तड़पन को थोड़ा आराम मिल जाए।
वादे जो करते हैं इस दिवस पर हम मिलकर
कितना अच्‍छा हो गर हम यह पूरे कर जाएं।।

यह दिवस है इस संकल्‍प को दोहराने का
सभी को प्रेरणा से जगाने का।
हिंदी की खुशबु को पूरे चमन में फैलाने का।।